उद् भव
केंद्रीय विद्यालय कवरत्ति, केन्द्रीय विद्यालय संगठन दिल्ली (मानव संसाधन और विकास, मंत्रालय अधीन भारत सरकार), द्वारा 1430442 छात्रों और 43888 कर्मचारियों के साथ 1252 से अधिक संचालित विद्यालय में से एक है, जो कि कवरत्ति केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप स्थित हैं|
उद्देश्य
केन्द्रीय सरकार के स्थानांतरणीय कर्मचारियों जिनमें रक्षा तथा अर्धसैनिक बलों के कर्मी भी शामिल हैं , के बच्चों को शिक्षा के सामान्य कार्यक्रम के तहत शिक्षा प्रदान कर उनकी शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा करना।
विद्यालयी शिक्षा के क्षेत्र में श्रेष्ठता और गति निर्धारित करना ।
केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सी.बी.एस.सी.)राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रषिक्षण परिषद्(एन.सी.ई.आर.टी.) इत्यादि जैसे अन्य निकायों के सहयोग से शिक्षा के क्षेत्र में नये-नये प्रयोग तथा नवाचारो को सम्मिलित करना ।
बच्चों में राष्ट्रीय एकता और भारतीयता की भावना का विकास करना ।
प्रमुख विशेषताएँ
सभी केन्द्रीय विद्यालयों में समान पाठयक्रम तथा द्विभाषी माध्यम से शिक्षण होता है|
सभी केन्द्रीय विद्यालय केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से सम्बंधित है ।
सभी केन्द्रीय विद्यालय सह-शिक्षा व मिश्रित विद्यालय है ।
सभी केन्द्रीय विद्यालयों में कक्षा 6 से 8 तक संस्कृत पढ़ाई जाती है ।
समुचित शिक्षक विद्यार्थी अनुपात द्वारा शिक्षण की गुणवता को उच्च रखा जाता है
कक्षा 8वीं तक के लड़कों और कक्षा 12वीं तक की लड़कियों ,व् अनुसूचित जाति/जनजाति के विद्यार्थियों , के.वि.सं. के कर्मचारियों के बच्चों से कोई ट्यूशन फीस नहीं ली जाती है ।
1963 में स्थापना के बाद से, केन्द्रीय विद्यालय “भारतीयता” की भावना राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने, शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में जाना जाता है|केन्द्रीय विद्यालय का उद्देश्य बच्चों के बीच उनकी कुल व्यक्तित्व विकास और अकादमिक उत्कृष्टता सुनिश्चित करना है|
२००३ में स्थापना से केंद्रीय विद्यालय कवरत्ति प्रतिबद्धता और उपलब्धि कि एक मिसाल है।
हमारे पाठ्यक्रम सभी धर्मो और सच्चाई के लिए ईमानदार निष्ठा, प्रेम के संस्कार पैदा करने का प्रयास, एक उज्वल व्यक्तित्व का विकास करने के लिए, एक धर्मनिरपेक्ष देशभक्ति नागरिक और एक बेहतर इंसान बनाना शामिल है|
हम तीन स्तरों पर शिक्षा अर्थात, प्राथमिक (कक्षा १-५), माध्यमिक(कक्षा ६-१०) एवं उच्च माध्यमिक(११-१२) एक खंड (प्रत्येक) साथ ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा में विज्ञान संकाय में चलाए जा रही हैं|
सत्र २०२३-२४ से बालवाटिका -३ की शुरूवात की जा रही है|